खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। 17 लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली कमला सोढ़ी उर्फ उंगी उर्फ तरुणा ने आईजी के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में वापसी की है। वर्ष 2011 से सक्रिय कमला नक्सली संगठन के कई दलमों से जुड़ी रही और सुकमा के अरलमपल्ली, कोंटा और डोरनापाल क्षेत्र में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रही थी।
सरकार की नीति से प्रभावित होकर छोड़ा हिंसा का रास्ता
आईजी ने बताया कि राज्य शासन की पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर कमला ने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। आत्मसमर्पण के बाद शासन की ओर से उसे 50,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है और पुनर्वास नीति-2025 के तहत अन्य सुविधाओं का लाभ देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति की ओर कदम
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार की विकासोन्मुखी योजनाओं, सड़कों और संचार सुविधाओं के विस्तार, और सिविक एक्शन कार्यक्रमों से अब नक्सल प्रभावित इलाकों में विश्वास और स्थिरता का वातावरण बन रहा है। सुरक्षा बलों के निरंतर जनसंपर्क और संवाद प्रयासों से नक्सली अब हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने को प्रेरित हो रहे हैं।





