देशभर में इंडिगो एयरलाइंस की तकनीकी और स्टाफिंग समस्या ने हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं को बिगाड़ दिया है। पटना एयरपोर्ट भी इससे अछूता नहीं रहा। शनिवार को यहां उड़ान रद्द होने और घंटों की देरी की वजह से यात्रियों का हाल बेहाल हो गया। विशेष तौर पर विदेश जाने वाले लोग सबसे ज्यादा संकट में दिखे—किसी का वीज़ा खत्म होने वाला है तो किसी की कनेक्टिंग फ्लाइट छूटने की कगार पर है।
“मेरा वीज़ा 10 दिसंबर को खत्म हो रहा है, अब क्या करूं?”
जहानाबाद के मोहम्मद जुबेर दम्माम (सऊदी अरब) जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पहुंचे, लेकिन वहां उनकी फ्लाइट पहले देरी और फिर रद्द घोषित कर दी गई। एयरलाइन ने उन्हें नई तारीख 9 दिसंबर दी, जबकि उनका वीज़ा 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। जुबेर बताते हैं कि उनकी नौकरी दांव पर लग सकती है—उन्हें शनिवार देर रात तक कंपनी में रिपोर्ट करना था। सुबह 9 बजे एयरपोर्ट पहुंचे और दोपहर 3 बजे तक बिना किसी समाधान के घर लौटने को मजबूर हो गए।
“पटना घूमने आया था, अब मस्कट जाना है… पहुंच नहीं पा रहा”
प्रयागराज के अशोक कुमार यादव मस्कट लौटने के लिए पटना से हैदराबाद जाने वाले थे, लेकिन उनकी फ्लाइट भी अनिश्चितता में फंस गई। वे बताते हैं कि एयरलाइन न तो सही जानकारी दे रही है, न कोई वैकल्पिक व्यवस्था। अब उन्हें 21 दिसंबर तक सीट मिलने की बात कही जा रही है, जबकि उनकी मस्कट की अगली फ्लाइट अगले ही दिन है।
वे कहते हैं—“सुबह से भूखे-प्यासे बैठे हैं, कोई सुनने वाला नहीं। सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
यात्रियों का हंगामा, एयरपोर्ट पर नारेबाजी
लंबे इंतजार, रद्द उड़ानों और अस्पष्ट जानकारी से परेशान यात्री पटना एयरपोर्ट पर नारेबाजी करते दिखे। डिपार्चर एरिया यात्रियों से भरा था, जबकि अराइवल लगभग खाली पड़ा रहा।
इंडिगो क्राइसिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अचानक पैदा हुए ऑपरेशन संकट ने यात्रियों की योजनाओं, पैसों और भविष्य तक को प्रभावित कर दिया है।





