ब्रिटेन की हाईटेक F-35 स्टील्थ फाइटर जेट को भारत में लैंड किए हुए अब छह दिन बीत चुके हैं. लेकिन यह ब्रिटिश नेवी का हाईटेक जेट अब तक वापस क्यों नहीं उड़ पाया? इसकी वजह जानना हर किसी के लिए एक पहेली बन गया है. यह वही जेट है जो कुछ दिन पहले फ्यूल की कमी की वजह से भारत में इमरजेंसी लैंडिंग करने पर मजबूर हो गया था.
भारतीय वायुसेना ने तेजी दिखाते हुए इस विदेशी विमान को हर तरह की तकनीकी मदद दी. फ्यूल से लेकर एयरबेस की सुविधाएं तक. लेकिन जब विमान लौटने को तैयार हुआ, तो हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई और वह फिर से रुक गया.
तकनीकी दिक्कत ऐसी कि उड़ान ही नामुमकिन
विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में आई इस खराबी ने उसे एक बार फिर जमीन पर ही रोक दिया. ब्रिटेन से आई एक तकनीकी टीम ने दो दिन तक लगातार मेहनत की लेकिन समस्या का हल नहीं निकला. अब ब्रिटिश नेवी की एक बड़ी मेंटेनेंस टीम के भारत आने की उम्मीद है जो इसे या तो उड़ने लायक बनाएगी या फिर एक सैन्य ट्रांसपोर्ट विमान के जरिए इसे वापस ले जाएगी.
भारत ने फिर निभाया दोस्ती का फर्ज
डिफेंस सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने न केवल तुरंत मदद दी बल्कि अब तक इस फाइटर को सुरक्षित तरीके से अपने एयरबेस पर संभाल रखा है. ये घटना भारत-ब्रिटेन रक्षा सहयोग का एक और अहम उदाहरण बन गई है.
लेकिन इतना हाईटेक जेट… फिर भी लाचार?
F-35 दुनिया के सबसे एडवांस फाइटर जेट्स में गिना जाता है. F-35 में स्टील्थ तकनीक, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, सुपरक्रूज़ जैसे फीचर्स इसे अल्ट्रा-मॉडर्न बनाते हैं. लेकिन अब यही जेट, जो दुश्मनों को चुपचाप मात देने के लिए जाना जाता है खुद एक तकनीकी संकट में फंसा हुआ है.
अगर आने वाली ब्रिटिश टीम भी इसे ऑन-साइट ठीक नहीं कर पाई तो F-35 को एक बड़े सैन्य ट्रांसपोर्टर जैसे C-17 ग्लोबमास्टर में रखकर वापस ले जाने की तैयारी की जा रही है. इससे पहले कभी भी ब्रिटेन का कोई फाइटर जेट इतने लंबे समय तक भारत में तकनीकी वजहों से रुका नहीं था.