सिर्फ तीन साल सात महीने की उम्र में मध्य प्रदेश के सागर जिले के सर्वज्ञ सिंह कुशवाहा ने इतिहास रचते हुए दुनिया के सबसे कम उम्र के फिडे रेटेड शतरंज खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने कोलकाता के अनीष सरकार का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने पिछले साल तीन साल आठ महीने की उम्र में रेटिंग प्राप्त की थी।
नर्सरी में पढ़ने वाले सर्वज्ञ की रैपिड फिडे रेटिंग 1572 है—जो उनकी उम्र के हिसाब से असाधारण है। सर्वज्ञ के पिता सिद्धार्थ सिंह बताते हैं कि उन्होंने बेटे की तेज स्मरणशक्ति और सीखने की क्षमता को देखकर उसे शतरंज खेलने के लिए प्रेरित किया। महज एक हफ्ते में उसने सभी मोहरों के नाम और चालें सटीक तरीके से सीख लीं।
सर्वज्ञ रोजाना चार से पांच घंटे शतरंज की प्रैक्टिस करता है—एक घंटा ट्रेनिंग सेंटर में और बाकी समय ऑनलाइन वीडियो के जरिए नई तकनीकें सीखता है। खास बात यह है कि वह रात में उठकर भी आराम से लंबे समय तक खेल सकता है।
कोच नितिन चौरसिया का कहना है कि शुरुआत में सर्वज्ञ को ट्रेनिंग देना चुनौतीपूर्ण था। हल्की डांट पर भी वह रो पड़ता था, इसलिए उन्होंने एक मजेदार तरीका अपनाया—हर सही चाल पर उसे टॉफी और चिप्स देकर प्रोत्साहित करना। सर्वज्ञ की चाल चलने और घड़ी दबाने का अंदाज बताता है कि वह प्रतिद्वंद्वी को मानसिक दबाव में रखना जानता है।
फिडे रेटिंग पाने के लिए किसी खिलाड़ी को कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय रेटेड खिलाड़ी को हराना जरूरी होता है, लेकिन सर्वज्ञ ने सिर्फ एक नहीं, बल्कि तीन अनुभवी खिलाड़ियों को शिकस्त दी—अभिजीत अवस्थी, शुभम चौरसिया और योगेश नामदेव।
और भी दिलचस्प बात यह है कि जिस उम्र में सर्वज्ञ ने रेटिंग हासिल कर ली, उस उम्र में आनंद, मैग्नस कार्लसन और डी. गुकेश जैसे दिग्गजों ने शतरंज खेलना भी शुरू नहीं किया था।





