छत्तीसगढ़ में आज से धान खरीदी का सीजन औपचारिक रूप से शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया पर संदेश जारी करते हुए धान खरीदी केंद्रों में की गई व्यवस्थाओं का जिक्र किया और कहा कि यह प्रक्रिया प्रदेश की समृद्धि और किसानों के भरोसे का उत्सव है। उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ की प्रगति की नई शुरुआत बताया।
राज्य सरकार 15 नवंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक धान खरीदी करेगी। किसान सोमवार से शुक्रवार तक अपने निर्धारित केंद्रों में धान बेच सकेंगे। इस बार भी किसानों को प्रति क्विंटल 3100 रुपये समर्थन मूल्य दिया जाएगा। पूरे प्रदेश में 2739 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं और सरकार ने कुल 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया है।
अवैध बिक्री पर सख्ती
धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए सभी सीमावर्ती इलाकों में चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं। खरीदी केंद्रों में ड्रेनेज, तिरपाल और सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सरकार ने साफ किया है कि अवैध परिवहन या बिक्री की कोशिश करते पकड़े जाने पर कठोर कार्रवाई होगी।
धान बेचने के लिए टोकन अनिवार्य
रजिस्टर्ड किसानों को ‘तुंहर टोकन ऐप’ के माध्यम से ऑनलाइन टोकन लेना होगा। यह ऐप किसानों को घर बैठे उनकी निर्धारित तारीख का टोकन उपलब्ध कराता है। जो किसान ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं कर पाते, उनके लिए मंडी में टोकन व्यवस्था की गई है।
टोकन वितरण का नियम
2 एकड़ तक: 1 टोकन
2 से 10 एकड़ तक: 2 टोकन
10 एकड़ से अधिक: 3 टोकन
किसान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक ऐप के जरिए अपना टोकन ले सकते हैं।





