छत्तीसगढ़

युक्तियुक्तकरण से बदली चचरेल स्कूल की तस्वीर, शिक्षा में आई नई चमक

विकासखंड बिलाईगढ़ के शासकीय प्राथमिक शाला चचरेल में युक्तियुक्तकरण नीति लागू होने के बाद विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार देखा जा रहा है। कभी एकमात्र प्रधान पाठक के भरोसे चलने वाला यह स्कूल अब तीन शिक्षकों की उपस्थिति से नई ऊर्जा से सराबोर है।

विद्यालय में वर्तमान में 35 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। अतिरिक्त शिक्षकों की पदस्थापना से न केवल कक्षाओं का संचालन सुचारू हुआ है, बल्कि बच्चों की उपस्थिति और पढ़ाई में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। पहले शिक्षक की कमी के कारण पढ़ाई प्रभावित होती थी, जिससे अभिभावक भी बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने में रुचि नहीं दिखा रहे थे। अब विद्यालय में वातावरण उत्साहपूर्ण और अनुशासित हो गया है।

पालकों और ग्रामीणों ने जताया संतोष

ग्राम चचरेल के पालक नोहर सिंह ने बताया कि पहले एक ही शिक्षक होने से पढ़ाई बाधित होती थी, पर अब तीन शिक्षक होने से बच्चों का मन पढ़ाई में लगने लगा है। उन्होंने शासन की इस पहल को “सकारात्मक और दूरदर्शी निर्णय” बताते हुए कहा कि अब वे निश्चिंत होकर बच्चों को विद्यालय भेज रहे हैं।

वहीं ग्रामीण नरसिंह नाग ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के बाद शिक्षण व्यवस्था में स्पष्ट सुधार हुआ है। शिक्षक समर्पण भाव से बच्चों को पढ़ा रहे हैं और ग्रामीण भी समय-समय पर विद्यालय जाकर प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।

शिक्षा विभाग की पहल बनी उम्मीद की किरण

युक्तियुक्तकरण की इस पहल से न केवल विद्यालय, बल्कि पूरे गांव में शिक्षा के प्रति विश्वास और जागरूकता बढ़ी है। अब चचरेल की प्राथमिक शाला बच्चों के उज्जवल भविष्य की नई मिसाल

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