बस्तर ओलंपिक में भाग लेने जा रहे बच्चों के साथ बुधवार को बड़ा हादसा हो गया। धुरली और भांसी के बीच बच्चों से भरी एक मालवाहक गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें करीब दर्जनभर बच्चे घायल हो गए। सभी घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से अपोलो अस्पताल बचेली पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक, सभी की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कन्या और बालक आश्रम के करीब 25 बच्चे बस्तर ओलंपिक में भाग लेने के लिए पैदल रवाना हुए थे। रास्ते में थकान होने पर उन्होंने एक मालवाहक वाहन से लिफ्ट मांगी। चालक ने शुरुआत में इंकार किया, लेकिन मानवीय संवेदना के चलते उसने बच्चों को बैठा लिया। कुछ ही दूरी तय करने के बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई। हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल भेजा।
इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बस्तर ओलंपिक जैसे बड़े आयोजन पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन बच्चों के सुरक्षित परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं की गई। सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने वाले स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन कितनी गंभीरता बरत रहा है।





