मेरा गांव मेरी पहचान से 78 गांवों को होगा लाभ

मेरा गांव मेरी पहचान से 78 गांवों को होगा लाभ
- गावों को आदर्श ग्राम बनाने विभागीय अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
- पात्र लोगों को विभागीय योजनाओं का लाभ देने कलेक्टर ने दिया निर्देश
भास्कर दूत रायपुर, 26 जुलाई 2025 – दूरस्थ क्षेत्रों के अंतिम घर तक विभागीय योजनाओं को पहुंचाने के साथ ही जिले के हर गांव को विशिष्टता के साथ आदर्श ग्राम बनाने के उद्देश्य से रायपुर जिला प्रशासन द्वारा "मेरा गांव मेरी पहचान" योजना शुरू की गई। ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ दिलाने और गांव को विशेष पहचान दिए जाने का गुर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को दिया गया।
रेडक्रास सभाकक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला हुई जिसमें योजना के संबंध में विस्तार से जाना। कार्यशाला के दौरान कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा, “हमें गांवों की अनूठी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशेषताओं को पहचान कर उन्हें संरक्षित करना है। शासकीय भवनों में आवश्यक सुधार करना तथा इसके साथ ही गांवों को नई तकनीकों से जोड़ना भी हमारा लक्ष्य है, ताकि ग्रामीण जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।” उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पात्र ग्रामीण को राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, शिक्षा, वृद्धावस्था पेंशन, जाति व निवास प्रमाण पत्र जैसी योजनाओं का लाभ समय पर और पारदर्शिता के साथ मिले। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
योजना एक नजर में - ग्रामों की छुपी हुई विशेषताओं को उजागर कर उन्हें एक विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए अलग-अलग विभाग द्वारा न सिर्फ योजनाओं का लाभ अंतिम हितग्राही तक पहुँचाया जाएगा, इसके साथ ही किसी एक या एक से अधिक ग्राम का चयन कर उसे विशेष तौर पर एक पहचान प्रदान करने की कोशिश की जाएगी । जैसे कृषि विभाग द्वारा किसी ग्राम को पूर्ण दलहन, तिलहन ग्राम या महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किसी ग्राम को पूर्णतः कुपोषण मुक्त बनाना, अन्य विभागों द्वारा किसी ग्राम में ग्रामीणों को किसी विशिष्ट योजना के माध्यम से लाभान्वित करना। इस योजना के तहत जिले के 78 गांवों का चयन किया गया है। इस योजना के अंतर्गत जिन ग्रामीणों ने किसी क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त की है उसे पुरस्कृत भी किया जाएगा।