कांवड़ पर कदम, दिल में श्रद्धा – 151 किमी की आस्था यात्रा पर निकलीं भावना बोहरा

Jul 26, 2025 - 15:58
Jul 26, 2025 - 16:41
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कांवड़ पर कदम, दिल में श्रद्धा – 151 किमी की आस्था यात्रा पर निकलीं भावना बोहरा
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महिला विधायक ने दिखाया भक्ति, सेवा और संकल्प का अद्वितीय संगम

रायपुर @ श्रावण मास की पवित्र हवा में गूंजते 'हर हर महादेव' के जयघोषों के बीच पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने एक ऐसा कदम उठाया, जो भक्ति और नेतृत्व दोनों का अद्भुत मेल बन गया। अमरकंटक से भोरमदेव तक की 151 किलोमीटर लंबी कठिन कांवड़ यात्रा पर वे पैदल निकलीं — कंधे पर गंगाजल, होठों पर शिवनाम और मन में हजारों क्षेत्रवासियों की सुख-शांति की कामना लिए। यह यात्रा ना सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह एक महिला जनप्रतिनिधि की शक्ति, आस्था और सामाजिक समर्पण की जीवंत मिसाल भी है, जिसने हजारों भक्तों को अपने साथ जोड़ लिया है। भावना बोहरा का यह संकल्प आज की राजनीति में भक्ति और जनसेवा का एक नया मानदंड स्थापित कर रहा है।

श्रद्धा, सेवा और शक्ति की मिसाल बनीं भावना बोहरा

अमरकंटक से शुरू हुई यह पैदल यात्रा कठिन रास्तों, जंगलों और ऊबड़-खाबड़ पगडंडियों से होते हुए भोरमदेव महादेव धाम तक जा रही है। दिन-रात की इस यात्रा में भावना बोहरा ने जिस समर्पण, धैर्य और शक्ति का परिचय दिया है, वह आम जनमानस को भी आस्था से जोड़ रहा है। वह भक्तों के साथ न सिर्फ पैदल चल रही हैं, बल्कि कंधे पर कांवड़ लेकर, ‘बोल बम’ के जयघोष करती आगे बढ़ रही हैं। इस कांवड़ यात्रा का दृश्य वास्तव में हृदय को भावविभोर करने वाला है। रास्ते भर शिवभक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। डमरू की आवाज, जयकारे और भक्ति के रंगों से पूरा माहौल शिवमय हो गया है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पुष्प वर्षा कर किया स्वागत

जैसे ही कांवड़ यात्रा पंडरिया क्षेत्र में पहुंची,  उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने फूलों की वर्षा कर सभी यात्रियों का आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भावना बोहरा जैसी महिला विधायक, जनसेवा और आध्यात्मिकता की मिसाल हैं। उनके इस धार्मिक संकल्प से समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैल रही है।

महिलाओं और युवाओं को मिल रही नई प्रेरणा

भावना बोहरा की इस 151 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा ने खासकर महिलाओं और युवाओं को एक नई प्रेरणा दी है कि आस्था और सेवा के मार्ग पर कोई भी बाधा नहीं है। एक महिला विधायक के रूप में उन्होंने नारी शक्ति की वह तस्वीर पेश की है, जिसमें भक्ति, जनसेवा और नेतृत्व एक साथ झलकता है। श्रावण मास की यह कांवड़ यात्रा, ना सिर्फ श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि यह दिखाती है कि जनप्रतिनिधि जब खुद जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें, तो विश्वास और अपनापन और भी मजबूत होता है। भावना बोहरा का यह संकल्प आने वाले वर्षों तक समाज में भक्ति, सेवा और नेतृत्व की मिसाल बना रहेगा।

Bhaskardoot Digital Desk www.bhaskardoot.com