अब नहीं रुकेगी दवाओं की डिलीवरी! छत्तीसगढ़ में दौड़ेंगी हाईटेक मेडिकल वैन
अब नहीं रुकेगी दवाओं की डिलीवरी! छत्तीसगढ़ में दौड़ेंगी हाईटेक मेडिकल वैन

अब नहीं रुकेगी दवाओं की डिलीवरी! छत्तीसगढ़ में दौड़ेंगी हाईटेक मेडिकल वैन
-70 जीपीएस युक्त वातानुकूलित वाहन तैयार, स्वास्थ्य मंत्री ने किया निरीक्षण
अस्पतालों तक समय पर और सुरक्षित पहुंचेंगी जीवनरक्षक दवाएं
भास्कर दूत रायपुर, 25, जुलाई 2025, राज्यभर के अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण दवाइयों की सप्लाई के लिए 70 वातानुकूलित वाहनों को अत्याधुनिक जीपीएस से हुए लैस किया गया है। जिससे अस्पतालों में अब समय पर और सुरक्षित दवाओं की आपूर्ति कराई जा सकेगी। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा विधानसभा में की गई घोषणा के मद्देनजर छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन (सीजीएमएससी) उपरोक्त गाड़ियों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। उपरोक्त गाड़ियों के कार्यप्रणाली का स्वास्थ्यमंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने देखा और जरूरी निर्देश भी दिए।
इस मौक पर सचिव स्वास्थ्य अमित कटारिया, सीजीएमएससी के अध्यक्ष दीपक म्हस्के भी मौजूद रहे। वाहनों में लगाए गए अत्याधुनिक जीपीएस की खासियत है कि जहां नेटवर्क नहीं रहता वहां लोकेशन और रूट को रिकॉर्ड कर ये बाद में दिखाता है। इससे गड़बड़ी या देरी की कोई गुंजाइश नहीं रहती। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने वाहनों की गुणवत्ता, दवाइयों के स्टोरेज, वातानुकूलित व्यवस्था और मांगपत्र लेकर रवाना हो रहे ड्राइवरों की कार्य शैली को देखा। साथ ही वेबसाइट पर इस वाहनों की रियल टाइम लोकेशन भी देखी। इस दौरान सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई ने स्वास्थ्य मंत्री के सामने राज्य में 16 वेयर हाउस की संख्या में इजाफा करते हुए इसे सभी जिलों में खोलने की मांग रखी जिस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सहानुभूति पूर्वक विचार करने की बात कही है।
1 हजार प्रकार की दवाओं की आपूर्ति- वातानुकूलित सप्लाई चैन वाहनों के जरिए हर साल लगभग 1 हज़ार प्रकार की दवाएं और 6 सौ प्रकार के कंज्यूमेबल सामान तथा रीजेंट्स को पूरे राज्य में भेजा जाता है। इन वाहनों की खास बात है कि यह प्रोडक्ट क्वालिटी और दवाइयों की क्षमता को बरकरार रखते हैं। इसमें टेंपरेचर सेंसिटिव दवाइयों को अच्छे तरीके से रखा जाता है ताकि दवाइयों का टेंपरेचर नियंत्रण में रहे और वो खराब न हों। इनमें सुरक्षा के अनुसार दवाइयों का स्टोरेज होता है। इसकी वजह से अस्पतालों में सुरक्षित तरीके से दवाइयां पहुंचती हैं। इन वाहनों के कार्य पारदर्शिता के लिए इसे अपने वेबपोर्टल से लिंक किया है ,ताकि कोई भी गाड़ियों की लोकेशन को देख सके।