विशाखापट्टनम में रहने वाली एक आम सी दिखने वाली लड़की अब कुछ ऐसा करने जा रही है, जो आज तक भारत में बहुत कम लोग कर पाए हैं. जहांवी डांगेती नाम की इस 23 साल की युवती को टाइटन्स स्पेस नाम की बड़ी स्पेस कंपनी ने अपने अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना है. 2029 में लॉन्च होने वाले EarthLoop Orbital Cruise मिशन में जहांवी एक असली स्पेस ट्रैवलर की तरह धरती की कक्षा में जाकर पूरा ब्रह्मांड देखेगी.
रॉकेट से नहीं बल्कि हवाई जहाज से उड़ान!
इस मिशन की खास बात यह है कि इसमें अंतरिक्ष यान रॉकेट की तरह नहीं बल्कि हवाई जहाज की तरह उड़ान भरेगा. यानी ना किसी स्टेज को अलग किया जाएगा, ना ही रॉकेट के शोरगुल होंगे. सब कुछ एकदम फिल्म जैसा पर असली में होगा. और इसमें भारत से कोई और नहीं, हमारी जहांवी शामिल होगी.
क्या है EarthLoop मिशन? क्यों है ये इतना खास?
ये मिशन पूरी दुनिया में इसलिए चर्चा में है क्योंकि यह पहली बार है जब लोग किसी आम उड़ान की तरह स्पेस में जा सकेंगे. टाइटन्स स्पेस नाम की कंपनी ने एक खास तरह का स्पेसप्लेन बनाया है जिसे Titans Genesis कहते हैं. यह प्लेन एक रनवे से उड़ान भरेगा और सीधे धरती से 300 किलोमीटर ऊपर कक्षा में पहुंच जाएगा. वहां यात्रियों को पृथ्वी को गोल घूमती देखना मिलेगा और जीरो ग्रैविटी यानी बिना वज़न वाले माहौल का अनुभव होगा.
मिशन का नेतृत्व एक अनुभवी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री विलियम मैकआर्थर जूनियर करेंगे, जो NASA में भी काम कर चुके हैं. और इस टीम का हिस्सा बनेगी भारत की जहांवी.
कौन है जहांवी डांगेती?
जहांवी का बचपन आम था. वो भी बाकी बच्चों की तरह स्कूल जाती थी, खेलती थी, सपने देखती थी. लेकिन फर्क ये था कि जहांवी को आसमान में तारे और चांद कुछ ज़्यादा ही पसंद थे. उनकी दादी उन्हें हर रात तारे-तारों की कहानियां सुनाती थीं. और शायद वहीं से शुरू हुआ उनका अंतरिक्ष का सपना.
जहांवी भारत की पहली लड़की हैं जो NASA के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम में शामिल हुई थीं. उन्होंने अमेरिका के Kennedy Space Center, पोलैंड और आइसलैंड जैसी जगहों पर एडवांस ट्रेनिंग ली है. पानी के अंदर रॉकेट लॉन्च करने से लेकर जीरो ग्रैविटी में उड़ान तक, हर तरह का अनुभव उनके पास है.
अब 2026 से होगी असली ट्रेनिंग
अब जहांवी की असली तैयारी शुरू होने वाली है. 2026 से वो अंतरिक्ष यात्री बनने की पूरी ट्रेनिंग लेंगी. इसमें उन्हें अंतरिक्ष यान कैसे काम करता है, मिशन को कैसे चलाना है, और वहां के मानसिक दबाव को कैसे झेलना है – ये सब सिखाया जाएगा.
इस ट्रेनिंग में वो जीरो ग्रैविटी फ्लाइट, स्पेस सूट पहनना, रॉकेट सिस्टम समझना और यहां तक कि स्पेस में होने वाले इमरजेंसी हालात को भी झेलने की तैयारी करेंगी.
लाखों लड़कियों के सपनों को पंख दे रही
आज जहांवी डांगेती सिर्फ एक नाम नहीं रही, बल्कि वो हर उस लड़की के लिए उम्मीद की किरण है जो बड़े सपने देखती है. वो अब STEM शिक्षा (Science, Technology, Engineering, Maths) के लिए बच्चों को प्रेरित करती हैं. वर्कशॉप्स में पढ़ाती हैं, मोटिवेट करती हैं और बताती हैं कि अगर हिम्मत हो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है.