अब पाकिस्तान से नहीं गुजर सकते भारत के हवाई जहाज, तो किस देश के ऊपर से निकलेंगे, कितने की लगेगी चपत

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के खिलाफ कड़े फैसले लिए हैं. लेकिन, इसका आर्थिक नुकसान दोनों देशों की कुछ कंपनियों को उठाना पड़

May 2, 2025 - 00:46
May 2, 2025 - 00:46
 0
अब पाकिस्तान से नहीं गुजर सकते भारत के हवाई जहाज, तो किस देश के ऊपर से निकलेंगे, कितने की लगेगी चपत
यह समाचार सुनें
0:00
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के खिलाफ कड़े फैसले लिए हैं. लेकिन, इसका आर्थिक नुकसान दोनों देशों की कुछ कंपनियों को उठाना पड़ रहा है. पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इसके चलते एयरलाइंस कंपनियों को 600 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है, अगर यह एयरस्पेस पूरे साल बंद रहता है तो. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की इस स्थिति में भारतीय विमानन कंपनियों ने सरकार से इस नुकसान के लिए मुआवजा देने की मांग की है. दरअसल, पिछले सप्ताह पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस क्लोज कर दिया है. इसके कारण भारतीय एयरलाइन्स कंपनियां ईंधन खर्च में वृद्धि और उड़ान अवधि में बढ़ोतरी के लिए तैयारी कर रही हैं. खबर है कि एयर इंडिया ने रविवार को भारत सरकार से मांग करते हुए सब्सिडी मॉडल के लिए एक प्रस्ताव सौंपा, जिसमें पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने से आर्थिक प्रभाव और नुकसान के बारे में जानकारी दी गई. यह लॉस अनुमानित रूप से 591 मिलियन डॉलर (50 अरब रुपये) का हो सकता है. सिविल एविशन मिनिस्ट्री को दिए गए इस लेटर में कहा गया है कि एयरलाइन कंपनी की लागत – जो अगले वर्ष तक बढ़ सकती है, यह मानते हुए कि पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र उसके लिए बंद रहेगा. ऐसे में फ्लाइट्स के रूट में बदलाव और विमानों द्वारा अधिक समय तक उड़ान भरने के कारण ईंधन की लागत बढ़ेगी. भरपाई के लिए मांगी अनुपातिक सब्सिडी एयरलाइन ने चेतावनी दी है कि उड़ानों का समय बढ़ने से यात्रियों पर भी असर पड़ेगा. नतीजतन, एयर इंडिया को प्रतिबंध के दौरान हर साल 591 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान होने की आशंका है. रॉयटर्स की रिपोर्ट में विमानन मंत्रालय को लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा कि इसलिए एयर इंडिया ने सरकार से इस नुकसान के लिए आनुपातिक सब्सिडी की मांग की है, और हालात में सुधार होने पर सब्सिडी हटाई जा सकती है. हालांकि, इस बारे में अभी तक न तो एयर इंडिया और न ही विमानन मंत्रालय ने कोई टिप्पणी की है.
Bhaskardoot Digital Desk www.bhaskardoot.com