दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है। शनिवार को राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 15वें दिन ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक सुबह 7 बजे AQI 338 रहा, जो शुक्रवार के 385 की तुलना में थोड़ा बेहतर है, लेकिन अब भी खतरनाक स्तर पर है। नवंबर के दौरान दिल्ली में प्रदूषण लगातार उच्च स्तर पर बना रहा, जिससे लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी हवा की गुणवत्ता में सुधार की संभावना कम है।
लोगों को मास्क पहनने, बाहर कम समय बिताने और एक्सपोज़र कम करने जैसे सावधानी उपाय अपनाने की सलाह दी गई है। यह स्थिति विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है।
दिल्ली-NCR में प्रदूषण का हाल
IGI एयरपोर्ट (295), दिलशाद गार्डन (272), मंदिर मार्ग (251) और NSIT द्वारका (252) जैसे इलाकों में AQI ‘खराब’ श्रेणी में रहा। वहीं नोएडा (344), गाजियाबाद (333), फरीदाबाद (207) और गुरुग्राम (293) में भी हवा की गुणवत्ता खराब से बहुत खराब रही।
शुक्रवार को दिल्ली के 39 स्टेशनों में से 19 ने AQI को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया। द्वारका सेक्टर-8 में AQI 414 तक पहुंच गया, जो दिन का सबसे खराब स्तर था।
भारी प्रदूषण के स्रोत
IITM के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण में वाहन उत्सर्जन का योगदान लगभग 18% है। आसपास के जिलों—सोनीपत, कर्नाल और पानीपत—में यह 3% से 9% के बीच रहा। पराली जलाने का कुल योगदान अब भी कम यानी 1–2% के बीच है।
मौसम का प्रभाव
IMD ने शनिवार को दिल्ली में कोहरा छाए रहने की भविष्यवाणी की है। अधिकतम तापमान 26°C और न्यूनतम 11°C रहने की उम्मीद है। लगातार बिगड़ती हवा की गुणवत्ता ने दिल्लीवासियों के सामने गंभीर स्वास्थ्य चुनौती खड़ी कर दी है।





