हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बीती रात को भारी बारिश हुई है. यहां पर कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं. अब शख्स की मौत हुई है, जबकि सात लोग लापता है. 25 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया है और राहत और बचाव का काम चल रहा है. फिलहाल, बारिश का क्रम जारी है. भारी बारिश के चलते मंडी जिले में शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है. उधर, मंडी जिले में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से 261 रोड बंद हो गए.
जानकारी के अनुसार, बीती रात को करसोग के पुराना बाजार (पंजराट), कुट्टी, बरल, ममेल, भ्याल में फ्लैश फ्लड आ गए और कई गाड़ियां बह गई. यहां पर ही एक शख्स की मौत हुई है. इन इलाकों में भारी नुकसान हुआ है और बड़ी संख्या में गाड़ियां बहीं हैं. करसोग के डीएसपी तरनजीत सिंह ने बताया कि रेस्क्यू अभियान चल रहा है.
उधर, गोहर उपमंडल के स्यांज नाले में बना एक घर फ्लैश फ्लड में बह गया. यहां पर मां बेटी को बचा लिया गया, लेकिन सात लोग सैलाब में बह गए हैं. जिनकी पहचान पदम सिंह (75) पुत्र देवी सिंह गांव बागा. देवकू देवी (70) पत्नी पदम सिंह गांव बागा, झाबे राम (50) पुत्र गोकुलचंद पंगलयूर, पार्वती देवी (47) झाबे राम पंगलयू, सुरमि देवी (70 ) पत्नी स्वर्गीय गोकुलचंद, इंद्र देव (29 पुत्र ) झाबे राम, उमावती (27) पत्नी इंद्रदेव, कनिका 9 पुत्री इंद्रदेव, गौतम (7) पुत्र इंद्रदेव, के रूप में हुई है. धर्मपुर की मंडप तहसील के सुंदल गांव के पास नाले में भी फ्लैश फ्लट देखने को मिला है. यहां पर काफलवानी माता मंदिर से आने वाले नाले में भंयकर बाढ़ आई है. राहत की बात है कि जानी नुकसान नहीं हुआ है.
बीती रात से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने मंडी जिले में हालात बिगाड़ दिए हैं. जिले के तमाम नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है. बारिश के चलते पंडोह डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान की ओर बढ़ता दिख रहा है. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए डैम से ब्यास नदी में डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है. फिलहाल डैम का जलस्तर 2922 फीट तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 2941 फीट पर तय है.