नवा रायपुर स्थित आईटीएम यूनिवर्सिटी में लीडरशिप लर्निंग पर टेडएक्स स्पीकर और आरबी फाउंडेशन की सीओ-फाउंडर सुश्री रोमा बलवानी का एक विशेष प्रेरणादायी नेतृत्व सत्र का आयोजन किया गया । राजधानी के गोदावरी पावर और इस्पात सहित देश की कई महत्वपूर्ण बोर्ड में महिला स्वतंत्र निदेशक के रूप में कार्यरत सुश्री रोमा बलवानी जमीनी स्तर की पहल में अपना योगदान देने में विश्वास करती हैं। वह डेफ क्रिकेट एसोसिएशन की संस्थापक और संरक्षक भी हैं। मुख्य सत्र में गेस्ट स्पीकर रोमा ने असफलता से सीखने और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के बारे में अपने विचार रखे। आईटीएम यूनिवर्सिटी की प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मी मूर्ति ने उद्घाटन सत्र के दौरान रायपुर जैसे टियर-2 शहरों में दुनियाभर के नेतृत्व अनुभवों का लाभ लेने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि यहाँ के छात्रों में महानगरों के छात्रों जैसी ही आकांक्षाएँ और क्षमताएं हैं, लेकिन अक्सर उनके पास प्रेरक रोल मॉडल तक सीधी पहुंच नहीं होती। इस तरह के मंच उस खाई को पाटते हैं और परिवर्तनकारी शिक्षा को प्रज्वलित करते हैं। डॉ. मूर्ति ने अनुभवात्मक शिक्षा, उद्योग जगत के नेताओं से संपर्क और अकादमिक उत्कृष्टता से परे चरित्र विकास के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की बात दुहराई। उन्होंने सुश्री बलवानी की यात्रा की प्रशंसा लचीलापन, प्रामाणिकता और उद्देश्य-संचालित नेतृत्व के प्रतीक के रूप में की।
इस सत्र की मुख्य बातें ये रहीं: नए अवसरों को कभी भी न नकारें, हर अनुभव विकास की ओर एक कदम है; अपने आस-पास ऐसे लोगों को रखें जो आपको प्रभावित करते हैं और आगे बढ़ाते हैं; असफलता एक शिक्षक है; सीखें, बढ़ें और आगे बढ़ते रहें; और हर व्यक्ति के साथ सम्मान से पेश आएं, चाहे उनकी स्थिति कुछ भी हो।
आईटीएम यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने सुश्री रोमा बलवानी को उनके बहुमूल्य समय और यहां के छात्रों से जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया। यह सत्र अपने परिसर में परिवर्तनकारी नेतृत्व अनुभव लाने के विश्वविद्यालय के मिशन को दर्शाता है।