दुनिया को फिर ले डूबेगा अमेरिका! दिग्‍गज निवेशक ने दी कर्ज संकट की चेतावनी, ट्रंप ने और बढ़ा दी मुसीबत

साल 2008 तो सभी को याद होगा, जब अमेरिका में कर्ज संकट की वजह से पूरी दुनिया को खामियाजा भुगतना पड़ा था. एक बार फिर अमेरिका में वैसी ही स्थिति बनती दिख

Mar 12, 2025 - 23:03
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दुनिया को फिर ले डूबेगा अमेरिका! दिग्‍गज निवेशक ने दी कर्ज संकट की चेतावनी, ट्रंप ने और बढ़ा दी मुसीबत
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साल 2008 तो सभी को याद होगा, जब अमेरिका में कर्ज संकट की वजह से पूरी दुनिया को खामियाजा भुगतना पड़ा था. एक बार फिर अमेरिका में वैसी ही स्थिति बनती दिख रही है, जिसे लेकर दिग्‍गज निवेशक ने सीधे लफ्जों में चेतावनी दी है. उन्‍होंने कहा है कि अमेरिका के कर्ज संकट का पूरी दुनिया पर असर दिखेगा. पहले से ही दबाव में घिरी अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के आने के बाद और दबाव में आ गई है. ब्रिजवाटर एसोसिएट्स के मुख्य निवेश अधिकारी रे डालियो ने चेतावनी दी कि अमेरिका अपने बढ़ते कर्ज के साथ गंभीर डिमांड-सप्‍लाई की समस्या का सामना कर रहा है. यह स्थिति वैश्विक आर्थिक परिणामों पर गहरा प्रभाव डाल सकती है. डालियो ने इस मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि अमेरिका को बड़ी मात्रा में कर्ज बेचना होगा, लेकिन इसे खरीदने के लिए पर्याप्त खरीदार नहीं मिल रहे. उन्होंने इस मुद्दे को अत्यंत महत्वपूर्ण और फौरी संकट बताया. कितना है अमेरिका का घाटा डालियो ने बताया कि अमेरिका का घाटा वर्तमान में GDP का 7.2 फीसदी है, जिसे लगभग 3 फीसदी तक कम करना होगा. यह एक बड़ी बात है. आप देखेंगे कि इसे कैसे निपटाया जाएगा. जब उनसे पूछा गया कि क्या इससे संकट की स्थिति पैदा हो सकती है, तो उन्होंने सुझाव दिया कि संभावित परिणामों में कर्ज पुनर्गठन, अमेरिका द्वारा अन्य देशों पर अपने कर्ज खरीदने का दबाव डालना या कुछ ऋणदाता देशों को भुगतान में कटौती करना शामिल हो सकता है. जर्मनी की नीतियों का दिया उदाहरण डालियो ने साल 1930 के दशक में जर्मनी की आर्थिक नीतियों का उदाहरण दिया, जहां कर्ज माफी, टैरिफ बढ़ोतरी और संरक्षणवादी नीतियों का उपयोग घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए किया गया था. उन्होंने तर्क दिया कि आज भी इसी तरह के पैटर्न देखे जा रहे हैं, जहां बढ़ता राष्ट्रवाद, संरक्षणवाद और भू-राजनीतिक तनाव वैश्विक आर्थिक नीतियों को आकार दे रहे हैं. इसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ सकता है.
Bhaskardoot Digital Desk www.bhaskardoot.com