वो दबंग महिला डिप्टी कलेक्टर, जिसने बिना कोचिंग के CGPSC में किया था टॉप

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली नंदनी साहू ने साबित कर दिया कि सफलता के लिए कोचिंग जरूरी नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास ही काफी है. CGPSC-20

Dec 20, 2024 - 02:52
Dec 20, 2024 - 02:53
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वो दबंग महिला डिप्टी कलेक्टर, जिसने बिना कोचिंग के CGPSC में किया था टॉप
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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली नंदनी साहू ने साबित कर दिया कि सफलता के लिए कोचिंग जरूरी नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास ही काफी है. CGPSC-2023 में नंदनी ने पांचवां स्थान हासिल कर डिप्टी कलेक्टर का पद प्राप्त किया. उनकी यह यात्रा हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं.
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की 2023 की फाइनल मेरिट सूची हाल ही में जारी की गई. 17 प्रशासनिक सेवाओं के 242 पदों के लिए जून 2023 में मुख्य परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 3597 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया. इसके बाद साक्षात्कार के लिए 703 अभ्यर्थियों का चयन हुआ. आखिरकार, नंदनी साहू ने अपनी मेहनत और संकल्प के दम पर टॉप पांच में जगह बनाई. तीसरे प्रयास में मिली सफलता नंदनी ने बताया कि उन्होंने इससे पहले दो बार परीक्षा दी, जिसमें सफलता तो मिली, लेकिन वह अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाईं. तीसरे प्रयास में उन्होंने दिन-रात मेहनत की और अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए पूरी लगन से पढ़ाई की. नतीजतन, इस बार उन्हें डिप्टी कलेक्टर का पद प्राप्त हुआ. बिना कोचिंग के की तैयारी नंदनी ने अपनी तैयारी की शुरुआत के लिए कुछ महीने कोचिंग क्लास ज्वाइन की, जहां से उन्हें परीक्षा की बुनियादी जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने पूरी तैयारी घर से ही की. नंदनी ने बताया कि वह सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करती थी क्योंकि उन्हें रात में पढ़ाई में रुचि नहीं थी. उन्होंने दिन के उजाले में पढ़ाई को प्राथमिकता दी और अनुशासन के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती रहीं. नंदनी महासमुंद जिले के बड़े साजापाली गांव की रहने वाली हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के शासकीय विद्यालय में हुई और स्नातक रायपुर के डिग्री गर्ल्स कॉलेज से पूरा किया. आने वाले अभ्यर्थियों के लिए कही ये बातें नंदनी ने PSC की तैयारी कर रहे छात्रों को संदेश देते हुए कहा, ‘जहां चाह है, वहां राह है’ उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के दौरान अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना बेहद जरूरी है. यदि छात्र यह मान लें कि इस परीक्षा में एक पद उनके लिए है और पूरी मेहनत के साथ तैयारी करें, तो सफलता अवश्य मिलेगी. नंदनी साहू की सफलता यह बताती है कि सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है. उनकी यह कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है, जो मेहनत और लगन के बलबूते अपने सपनों को हकीकत में बदलने की चाह रखता है.
Bhaskardoot Digital Desk www.bhaskardoot.com