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धर्मेंद्र का मांडू से गहरा नाता: 70 के दशक में कई फिल्मों की हुई शूटिंग

धार। मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक पर्यटन नगरी मांडू का संबंध बॉलीवुड से काफी पुराना रहा है, खासकर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के हीमैन धर्मेंद्र देओल से। वर्ष 1975 में फिल्म किनारा की शूटिंग के दौरान धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और जितेंद्र लंबे समय तक मांडू में रुके थे। इसी दौरान हिंडोला महल और जहाज महल परिसर में सदाबहार गीत “नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा…” फिल्माया गया, जो आज भी दर्शकों की पहली पसंद है।

मांडू की वादियों में फिल्माया गया ‘तुम याद ना आया करो’

मांडू सिर्फ किनारा ही नहीं, बल्कि धर्मेंद्र की दूसरी फिल्मों के लिए भी पसंदीदा लोकेशन रहा है। फिल्म जीने नहीं दूंगा की शूटिंग के समय अभिनेता 22 दिनों तक तवेली महल रेस्ट हाउस और मालवा रिट्रीट में ठहरे। फिल्म का लोकप्रिय गीत “तुम याद ना आया करो” भी मांडू के सुंदर स्थलों पर ही फिल्माया गया था।

70% शूटिंग जहाज महल में हुई

फिल्म किनारा की लगभग 70% शूटिंग मांडू के प्रसिद्ध जहाज महल में हुई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, शूटिंग के बीच खाली समय में धर्मेंद्र अक्सर अकेले ही मांडू की वादियों में घूमने निकल जाते थे। उनकी सादगी और प्रकृति प्रेम की चर्चा आज भी स्थानीय लोग करते हैं।

बॉलीवुड की पसंदीदा लोकेशन बना मांडू

मांडू की ऐतिहासिक धरोहर, हरियाली और अनोखी प्राकृतिक सुंदरता ने फिल्म निर्माताओं को हमेशा आकर्षित किया है।
यहां फिल्माई गईं प्रमुख फिल्में और प्रोजेक्ट—

रानी रूपमती (भारत भूषण–निरूपा रॉय) — मांडू में पहली शूटिंग
वांटेड
दबंग 3
पैडमैन
यमला पगला दीवाना 2
जीने नहीं दूंगा
किनारा
कई वेब सीरीज़ और डॉक्यूमेंट्री

मांडू की वादियां आज भी फिल्म इंडस्ट्री के लिए कहानी कहने की एक खास पृष्ठभूमि मानी जाती हैं। और धर्मेंद्र का यहां से जुड़ा सुनहरा अध्याय इस नगरी की फिल्मी विरासत को और भी खास बनाता है।

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