दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रविवार को एक गंभीर हादसा टल गया। काबुल से आ रही एरियाना अफगान एयरलाइंस की फ्लाइट FG-311 को रनवे 29L पर उतरने की अनुमति दी गई थी, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण विमान गलती से पास के रनवे 29R पर उतर गया। घटना उस समय और खतरनाक हो सकती थी क्योंकि ठीक उसी रनवे से एक अन्य विमान टेक ऑफ प्रक्रिया में था। हालांकि समय रहते स्थिति नियंत्रित हो गई और बड़ा हादसा टल गया।
DGCA अधिकारियों के अनुसार, जांच तुरंत शुरू कर दी गई है। पायलट इन कमांड ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट से लगभग 4 नॉटिकल माइल की दूरी पर उनका इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) सिग्नल गायब हो गया, जिससे विमान दाईं दिशा में मुड़ गया। इसके बाद पायलट ने विजुअल अप्रोच के आधार पर रनवे 29R पर लैंडिंग कर दी। पायलट ने यह भी दावा किया कि फाइनल अप्रोच फिक्स के बाद दोनों ILS सिस्टम ने सही गाइडेंस नहीं दिया, जबकि विमान 29L की ओर सेट था।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल के अनुसार, पायलट को स्पष्ट रूप से 29L पर उतरने की अनुमति दी गई थी और पायलट ने इसकी पुष्टि भी की थी। लेकिन कम दृश्यता और तकनीकी खराबी के कारण विमान तय मार्ग से हट गया। लैंडिंग के बाद पायलट को एहसास हुआ कि विमान गलत रनवे पर उतर चुका है।
DGCA अधिकारी के मुताबिक, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि ILS की समस्या विमान में थी या ग्राउंड सिस्टम में। पूरे मामले की गहन जांच जारी है ताकि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा न हो।





