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बिना तलाक दूसरी शादी की तो कितनी सजा? जानिए क्या कहता है हिंदू मैरेजि एक्ट

हिंदू मैरेज एक्ट 1955 हिंदू धर्म के लोगों के लिए शादी के रूल्स डिफाइन करता है. सेक्शन फाइव कहता है कि शादी के लीगल कंडीशंस क्या है, सेक्शन 7 शादी के सांप्रदायिक संस्कार, सेक्शन 8 मैरेज रजिस्ट्रेशन, सेक्शन 17 एंड 18 इलीगल मैरेज और उनकी सजा, सेक्शन 5 के मुताबिक शादी के लिए कुछ बेसिक कंडीशंस होना ज़रूरी है.
आप सब तेज प्रताप यादव को जानते होंगे लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे पिछले हफ्ते वो अचानक मीडिया की हेडलाइंस में आ गए. लेकिन इस बार वजह उनका धार्मिक रूप या कोई पॉलिटिकल बयान नहीं था. उनकी वायरल फोटो थी. जिसमें वो एक लड़की के साथ नज़र आ रहे थे. ये फोटो किसी पापाराजी ने लीक नहीं की थी बल्कि तेज प्रताप के खुद के वेरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट हुई थी. पोस्ट में लिखा था की उनके साथ दिख रही लड़की का नाम अनुष्का यादव है और ये दोनों बारह साल से रिलेशनशिप में है. लेकिन कुछ ही देर बाद तेज प्रताप ने क्लेम किया की उनका अकाउंट हैक हो गया है. लेकिन तब तक ये खबर पूरी तरह से फैल गई थी.

कंट्रोवर्सी इतनी बढ़ गई की लालू यादव ने उन्हें अपने पार्टी से टेम्पोरेरिली सस्पेंड कर दिया. लोग पूछने लगे की एक मैरिड आदमी किसी और लड़की के साथ रिलेशनशिप में हो बिना तलाक के क्या ये कानूनी तौर पर सही है? तेज प्रताप की शादी ऐश्वर्या राय से हुई थी. कुछ ही महीने बाद उनके बीच विवाद शुरू हो गए और मामला कोर्ट तक पहुंच गया. आज भी उनका तलाक ऑफिशियल नहीं हुआ है. तलाक केस की अगली हियरिंग है, 21 जून को है. तो सवाल उठता है की अगर किसी हिंदू व्यक्ति का तलाक पेंडिंग है, तो क्या वो किसी दूसरी औरत के साथ रिलेशनशिप में रह सकता है या शादी कर सकता है. आज हम इसी टॉपिक पर डिटेल में बात करेंगे.

हिंदू मैरेज एक्ट के अनुसार शादी के क्या रूल्स है और बिना तलाक के दूसरी शादी करना क्या कानूनी जुर्म है? आइए जानते हैं इसके बारे में… हिंदू मैरेज एक्ट 1955 हिंदू धर्म के लोगों के लिए शादी के रूल्स डिफाइन करता है. सेक्शन फाइव कहता है की शादी के लीगल कंडीशंस क्या है, सेक्शन 7 शादी के सांप्रदायिक संस्कार, सेक्शन 8 मैरेज रजिस्ट्रेशन, सेक्शन 17 एंड 18 इलीगल मैरेज और उनकी सजा, सेक्शन 5 के मुताबिक शादी के लिए कुछ बेसिक कंडीशंस होना ज़रूरी है. दोनों पार्टीज हिन्दू होने चाहिए. दोनों मेंटली साउंड होने चाहिए. दोनों के बीच प्रोहिबिटेड ब्लड रिलेशन ना हो और सबसे इम्पोर्टेंट शादी के वक्त दोनों पार्टीज के कोई और जिंदा स्पाउस नहीं होना चाहिए. इसका मतलब सिंपल है हिंदू लॉ मोनोगामी को सपोर्ट करता है. आप एक वक्त में एक ही शादी कर सकते हो. जब तक पहली शादी लीगली खत्म नहीं होती यानि तालक नहीं होता तब तक दूसरी शादी करना इलीगल है.

अब बात करते है कि अगर कोई इंसान अपने पहले स्पाउस के जिंदा होते हुए दूसरी शादी करता है तो उसे Bigamy कहा जाता है. उसकी शादी लीग नहीं होती है. सेक्शन 17 ऑफ हिंदू मैरेज एक्ट के मुताबिक ऐसी शादी का कोई लीगल एक्जिस्टेंस नहीं होता. बीएनएस के सेक्शन 82 के हिसाब से भी ऐसी शादी करने वाले के अगेंस्ट क्रिमिनल केस चलाया जा सकता है. सात साल तक जेल और ये ऑफेंस कॉग्नाइजेबल और नॉन अवेलेबल होता है. यानी पुलिस बिना वारंट अरेस्ट कर सकती है और बैल मिलना भी आसान नहीं होता. अब इसके कुछ एक्सेप्शंस है जैसे की दूसरी शादी कब vaild हो सकती है. लेकिन लॉ में कुछ rare exceptions है. अगर पहले स्पाउस का सात साल से पता ना हो और उसे लीगली डेड डिक्लेयर कर दिया गया हो या पहली शादी को कोर्ट ने नल एंड वड डिक्लेयर कर दिया हो या पहले से लीगली डाइवोर्स हो चुका हो. इन सब सिचुएशन में दूसरी शादी लीगल होती है मगर ट्रांसपेरेंसी होना जरूरी है.

क्या तेज प्रताप यादव को हो सकती है सजा?
अब बात करते है तेज प्रताप यादव की उनका तलाक अभी तक नहीं हुआ है और ऑफिशियली उन्होंने किसी दूसरी शादी का अनाउंसमेंट भी नहीं किया है. लेकिन अगर ये प्रूव हो जाता है की उन्होंने अनुष्का से शादी की है बिना ऐश्वर्या से तलाक लिए. या फिर ऐश्वर्या के शादी के दौरान ही अनुष्का के साथ उन्होंने शादी कर ली तो वो Bigamy के दायरे में आ सकते है और उनके खिलाफ criminal proceedings भी हो सकती है. शादी एक पर्सनल मैटर है लेकिन जब उसमें कानूनी वायलेशन हो जाए तो वो एक पब्लिक कंसर्न बन जाता है.