गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) से लोगों का मोहभंग हो रहा है. यही वजह है कि अप्रैल 2025 में लगातार दूसरे महीने निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से पैसे निकाले हैं. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने में देश के 20 गोल्ड ईटीएफ से कुल ₹5.82 करोड़ का नेट आउटफ्लो हुआ. इससे पहले मार्च में ₹77.21 करोड़ की शुद्ध निकासी हुई थी. बीते वर्ष अप्रैल में यह आंकड़ा ₹395.69 करोड़ था. वहीं, दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर अप्रैल 2025 में गोल्ड ईटीएफ में लगातार पांचवें महीने जोरदार निवेश हुआ. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के मुताबिक, बीते महीने ग्लोबली गोल्ड ईटीएफ में कुल 11.2 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ.
भारत में नेट आउटफ्लो के बावजूद सोने की कीमतों में जोरदार तेजी की बदौलत अप्रैल के अंत तक गोल्ड ईटीएफ का नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) रिकॉर्ड स्तर ₹61,422.19 करोड़ पर पहुंच गया. मार्च में यह ₹58,887.99 करोड़ और पिछले वर्ष इसी अवधि में ₹32,789.00 करोड़ था. गौरतलब है कि कैलेंडर ईयर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल ₹11,266.11 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ था, जबकि 2023 में यह ₹2,923.81 करोड़ रहा था. 2022 में 11 गोल्ड ईटीएफ में केवल ₹458.79 करोड़ का निवेश हुआ था.
दुनिया गोल्ड ईटीएफ पर लट्टू
अप्रैल 2025 में वैश्विक स्तर पर गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों की दिलचस्पी लगातार पांचवें महीने भी बनी रही. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के मुताबिक, अप्रैल में ग्लोबली गोल्ड ईटीएफ में कुल 11.2 बिलियन डॉलर (115.3 टन) का निवेश हुआ, जो मार्च 2022 के बाद सबसे अधिक है. डॉलर की कमजोरी, ट्रेड वॉर की आशंका और मजबूत डिमांड की वजह से सोने की कीमतों में भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर दोनों के मुकाबले 6% की बढ़त दर्ज की गई.