छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बहुचर्चित महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप (Mahadev Online Betting App) में घोटाले के मामले में रायपुर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि 16 अप्रैल को महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप केस के तहत मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के प्रावधानों के अंतर्गत दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और संबलपुर (ओडिशा) स्थित विभिन्न परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान कुल 573 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है.
नकदी और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड जब्त
रायपुर ईडी विभाग ने बताया कि मामले में तलाशी अभियान के दौरान 3.29 करोड़ रुपये की नकदी, कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं. साथ ही, 573 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की प्रतिभूतियां, बॉन्ड, डीमैट खाते फ्रीज किए गए हैं. विभाग का कहना है कि मामले में जब तक पूरी तरह से फैसला नहीं हो जाता है, तब तक कार्रवाई जारी रहेगी.
क्या है महादेव सट्टा ऐप घोटाला केस?
महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया था. इसपर यूजर्स पोकर जैसे कार्ड गेम्स और अन्य गेम खेल सकते थे. इसकी शुरुआत 2019 को छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर ने की थी. लेकिन, इस ऐप को लेकर ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ महादेव एप के प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल और 14 अन्य को आरोपी बनाया गया था. इस ऐप के जरिए पैसे के बड़े घोटाले का मामला जोड़ा गया था.