देश के सरकारी बैंकों को चूना लगाकर विदेश भागे मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार तो कर लिया गया, लेकिन लाख टके का सवाल ये है कि क्या उससे 13,860 करोड़ रुपये की वूसली हो पाएगी. आखिर मेहुल ने इतनी बड़ी रकम बैंकों से ऐंठने के बाद इन पैसों का क्या किया और आज उसके पास क्या इतनी संपत्ति है कि बैंक अपने नुकसान की भरपाई कर सकें. अगर आपके मन में भी यह सभी सवाल घूम रहे तो इतना समझ लीजिए कि मेहुल के पास इस रकम से कहीं ज्यादा की संपत्ति हो सकती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि प्रतर्वन निदेशालय (ईडी) ने दुनिया के 10 देशों में फैली मेहुल की संपत्तियों को सीज करने का काम शुरू कर दिया है.
प्रवर्तन निदेशालय ने इन देशों की सरकारों को पत्र लिखकर मेहुल की संपत्तियां सीज करने की अपील की है. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार बेल्जियम से मेहुल के प्रत्यार्पण पर बातचीत कर रही है. इस बीच ईडी ने उसकी संपत्तियों को भी अपने कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. हालांकि, यह काम इतना आसान नहीं है, क्योंकि इन संपत्तियों को अपने कब्जे में लेने के लिए ईडी को हर देश की सरकार से बाकायदा अनुमति लेनी पड़ेगी. इन संपत्तियों को बेचकर ईडी पीडि़यों को पैसे लौटाने की कोशिश कर रहा है.
किन देशों में है प्रॉपर्टी
ईडी ने पिछले कुछ महीनों में हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड, अमेरिका, बेल्जियम, चीन, इटली, जापान, यूके और संयुक्त अरब अमीरात को 15 से अधिक अपील भेजी है. इसमें चोकसी और उनकी गीतांजलि समूह से संबंधित कंपनियों, संपत्तियों, बैंक खातों व अन्य जानकारी मांगी है. थाईलैंड, अमेरिका, जापान और अमीरात को भेजे गए पत्रों में भारतीय अधिकारियों ने 85 करोड़ रुपये मूल्य की चोकसी की संपत्तियों को जब्त करने के अस्थायी आदेशों को लागू करने की भी अपील की है.
अब तक कितनी हुई वसूली
ईडी ने अब तक मेहुल से धोखाधड़ी पीड़ितों के लिए 2,566 करोड़ रुपये की वसूली के आदेश प्राप्त किए हैं और इस मामले में लगभग 1,968 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया जा चुका है. इसमें विभिन्न राज्यों में 1,600 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 105 अचल संपत्तियां हैं, जबकि करीब 230 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण, हीरे और कीमती धातुएं भी जब्त की गई हैं. देश में हुई तलाशी के दौरान ईडी ने करीब 598 करोड़ रुपये मूल्य की चल संपत्तियां (आभूषण और अन्य कीमती वस्तुएं) जब्त की थीं.
विदेश में कौन सी संपत्तियां
ईडी के अनुसार, मेहुल की विदेश में मौजूद संपत्तियों में कई फ्लैट, ऑफिस व अन्य प्रॉपर्टीज शामिल हैं. ईडी के एक अधिकारी का कहना है कि हमारा मकसद धोखाधड़ी के पीड़ितों को संपत्तियां लौटाना है. भले ही मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में समय लग सकता है, लेकिन संपत्तियों की वसूली में देरी नहीं होनी चाहिए. मेहुल की जापान की एक कंपनी में भी हिस्सेदारी है, जिसे ईडी अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहा है. ईडी की मानें तो अगर इन सभी संपत्तियों को जब्त करने में कामयाबी मिली तो पीएनबी से हुई धोखाधड़ी की रकम को वसूला जा सकेगा.