रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर बड़ा हमला बोल दिया है. यूक्रेन के सूमी शहर में रविवार को चर्च की प्रार्थना के बीच रूसी मिसाइलों ने कहर बरपाया. हमले में 34 लोग मारे गए, जिसमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं. सड़कों पर खून, मलबे के ढेर और चीखें देखने को मिलीं. ये नजारा देखकर दुनिया दहल गई है. साल 2025 में रूस का यह सबसे बड़ा हमला है. रूस की इस बर्बरता पर पूरी दुनिया गुस्से में है. वहीं दूसरी ओर अमेरिका, यूक्रेन के गैस पाइपलाइन पर कब्जा करना चाहता है. आइए समझें क्या है पूरा माजरा.
सूमी में रूस का भयानक हमला
रविवार का दिन सूमी के लोगों के लिए काला दिन बन गया. लोग चर्च में प्रार्थना कर रहे थे, बच्चे खेल रहे थे, और तभी रूस की बैलिस्टिक मिसाइलें आसमान से बरसीं. 34 लोग मारे गए, 117 घायल हुए. एक मिसाइल यूनिवर्सिटी की इमारत पर गिरी, दूसरी सड़क के बीचोंबीच फटी. सूमी की सड़कों पर गाड़ियां जल गईं, इमारतें ढह गईं, और लोगों के सामान मलबे में दब गए. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, 52 साल की नतालिया पिहुल ने रोते हुए बताया, ‘मेरी मां खाना बना रही थीं. अचानक धमाका हुआ, अलमारी उनके सिर पर गिरी. उनके सिर से खून बह रहा है, वो अस्पताल में हैं.’
उनके घर की खिड़कियां टूट गईं, कांच के टुकड़े बिखर गए. नतालिया ने गुस्से में कहा, ‘यहां कोई सैन्य ठिकाना नहीं था. फिर रूस ने आम लोगों को क्यों निशाना बनाया?’ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी हमले के बाद से भड़क गए हैं. उन्होंने गुस्से में कहा, ‘रूस जानबूझकर आतंक फैला रहा है. ये लोग शांति की बात नहीं समझते. इन मिसाइलों को रोकने के लिए दुनिया को सख्त कदम उठाने होंगे.’