2002 बैच के IAS अधिकारी विकास आनंद को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. दिल्ली सीएम के फैसलों को लागू करने की जिम्मेदारी अब उन्हीं पर होगी. सबसे खास बात, विकास आनंद एक अनुभवी अधिकारी हैं, जिन्होंने अरविंद केजरीवाल और आतिशी सरकार के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं. स्कूल से लेकर हेल्थ तक, जिन फैसलों का केजरीवाल बखान किया करते थे, उन सभी फैसलों में विकास आनंद की अहम भूमिका रही है.
केजरीवाल सरकार के पहले कार्यकाल में वे दिल्ली के एजुकेशन डिपार्टमेंट में विशेष सचिव (Special Secretary, Education) के रूप में तैनात थे. इस दौरान उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार और एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने का काम किया. इन दोनों को आम आदमी पार्टी अपनी प्रमुख उपलब्धियों में गिनाती है. बाद में, 2020 से 2023 तक वे दिल्ली जल बोर्ड (DJB) में अतिरिक्त मुख्य सचिव (Additional Chief Secretary) के पद पर रहे. इस भूमिका में उन्होंने जल आपूर्ति और सीवेज प्रबंधन से जुड़े प्रोजेक्ट्स की निगरानी की. हालांक, इस दौरान जल संकट और प्रदूषण को लेकर उनकी आलोचना भी हुई. वह गृह विभाग में विशेष सचिव भी रहे. तब दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर उन्होंने काफी काम किया.
आतिशी के समय भी निभाई अहम जिम्मेदारी
सितंबर 2024 में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री की कमान संभाली. उनके पांच महीने के कार्यकाल के दौरान विकास आनंद को दिल्ली के हेल्थ डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल सेक्रेटरी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. आतिशी ने हेल्थ और एजुकेशन पर फोकस किया, तब विकास आनंद को मोहल्ला क्लीनिक पर काम करने को कहा गया था.
रेखा गुप्ता के साथ नई पारी
अब, रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की भाजपा सरकार ने विकास आनंद को मुख्यमंत्री का सेक्रेटरी नियुक्त किया है. यह पद बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मुख्यमंत्री कार्यालय और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय का केंद्र होता है. सूत्रों के मुताबिक, आनंद को उनकी व्यापक प्रशासनिक अनुभव और नीति कार्यान्वयन में दक्षता के कारण चुना गया है. रेखा गुप्ता ने हाल ही में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और डिजिटल प्रशासन को बढ़ावा देने की बात कही है, और आनंद का अनुभव इन लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार साबित हो सकता है.