राज्य शासन द्वारा किसानों की उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू की गई समर्थन मूल्य नीति एवं कृषक उन्नति योजना किसानों के जीवन में परिवर्तन का कारण बन रही है। प्रति क्विंटल 3100 रुपए की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी का निर्णय किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहा है। पारदर्शी खरीदी प्रक्रिया और उपार्जन केन्द्रों में उपलब्ध बेहतर सुविधाओं से राज्य के सभी जिले के कृषक अत्यंत संतुष्ट हैं।
किसान गोपाल बने प्रगतिशील कृषि का उदाहरण
राजनांदगांव विकासखंड के धान उपार्जन केन्द्र मनकी में ग्राम सुंदरा निवासी किसान श्री गोपाल प्रसाद ने गत दिवस अपने दूसरे ऑनलाइन टोकन के माध्यम से 71 क्विंटल धान का विक्रय किया। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य एवं कृषक उन्नति योजना ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। समय पर खाद-बीज उपलब्ध होने और सुविधाजनक प्रक्रियाओं के कारण उनकी 18 एकड़ कृषि भूमि से उत्कृष्ट उत्पादन प्राप्त हुआ। श्री गोपाल ने बताया कि पिछले वर्ष धान विक्रय से मिली राशि से उन्होंने अपनी कृषि भूमि का विस्तार किया था। इस वर्ष प्राप्त होने वाली धान बिक्री राशि से वे नया घर निर्माण करने की योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि शासन की नीतियों के चलते किसानों की आय में वृद्धि हो रही है और जीवन स्तर में महत्वपूर्ण सुधार आया है।
ऑनलाइन टोकन प्रणाली बनी किसानों की सबसे बड़ी सुविधा
श्री गोपाल ने बताया कि पहले सोसायटी में टोकन प्राप्त करने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन अब मोबाइल ऐप के माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन टोकन सुविधा मिलने से यह प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है। उपार्जन केंद्र पहुंचते ही उनके धान की आर्द्रता माप, बारदाना उपलब्धता, तौल और सिलाई का कार्य सुचारू रूप से समय पर सुनिश्चित हुआ।
उत्कृष्ट व्यवस्थाओं से किसानों में संतोष
धान उपार्जन केन्द्र मनकी में पर्याप्त संख्या में कर्मचारी, बैठक व्यवस्था, पेयजल, शौचालय एवं समुचित प्रबंधन से धान विक्रय प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक हो गई है। इससे किसान बेहद संतुष्ट हैं। श्री गोपाल ने धान खरीदी केंद्र में उपलब्ध उत्कृष्ट व्यवस्थाओं एवं पारदर्शी प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।




