अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान लंदन के लिए उड़ान भरने के लिए हवाई पट्टी पर था. टेकऑफ करते हुए प्लेन पीछे से टकराया और ये क्रैश हो गया. आखिर टेकऑफ करते हुए प्लेन कैसे क्रैश हो जाते हैं. दरअसल विमान के उड़ान भरने के समय को एविएशन को सबसे क्रिटिकल माना जाता है. आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में होने वाली कुल विमान दुर्घटनाओं में करीब 35% हादसे टेकऑफ या उसके ठीक बाद होते हैं. जबकि उड़ान के बाकी हिस्से में यह दर बहुत कम होती है.
प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व CM भी प्लेन में थे सवार : सूत्र
सवाल – अक्सर टेकऑफ के समय विमान कैसे हादसे का शिकार हो जाता है?
– क्योंकि टेकऑफ के वक्त विमान ग्राउंड से हाई स्पीड पकड़ रहा होता है. पायलट को सीमित वक्त में कई अहम फैसले लेने होते हैं. इंजन, रनवे, मौसम और विमान के सिस्टम पर सबसे ज्यादा दबाव होता है. कोई भी छोटी चूक या गड़बड़ी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है.
सवाल – इस दौरान क्रैश की क्या वजहें हो सकती हैं?
– इंजन फेल होना – टेकऑफ के दौरान इंजन अपनी अधिकतम क्षमता पर होता है. इस वक्त इंजन में कोई भी तकनीकी खामी (जैसे बर्ड हिट, फ्यूल प्रेशर समस्या या मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट) फौरन दुर्घटना का कारण बन सकती है.
पायलट की गलती – पायलट की गलती एविएशन क्रैश का एक बड़ा कारण है. खासकर तब जबकि टेकऑफ के समय अगर पायलट स्पीड, रनवे लिफ्ट ऑफ पॉइंट या पिच एंगल का गलत आंकलन करे. इमरजेंसी में सही निर्णय नहीं ले सके तो ये दुर्घटना का कारण बन सकता है. इंटरनेशनल एविएशन रिपोर्ट्स के अनुसार, टेकऑफ और लैंडिंग में होने वाले अधिकांश क्रैश में मानवीय भूल की भूमिका होती है.