पहलगाम आतंकी हमले का बाद लेने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया. इसने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए. लेकिन भारत ने ना सिर्फ मिलिट्री एक्शन के जरिए पाकिस्तान को सबक सिखाया, बल्कि कई ऐसे कदम उठाए, जिससे पड़ोसी देश को गहरी चोट लगी.
• ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भारत की सैन्य और रणनीतिक ताकत को दिखाया, जिसमें सैन्य और गैर-सैन्य तरीके शामिल थे.
• इस बहुआयामी ऑपरेशन ने सफलतापूर्वक आतंकवादी खतरों को निष्क्रिय किया, पाकिस्तानी आक्रामकता को रोका और आतंकवाद के प्रति भारत की जीरो-टॉलरेंस नीति को मजबूत किया, साथ ही रणनीतिक संयम और अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी बनाए रखा.
सैन्य उपाय
• भारत ने अपने मकसदों को हासिल करने के लिए सटीक और सुनियोजित सैन्य कार्रवाइयों का इस्तेमाल किया.
• भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए – चार पाकिस्तान में (जैसे बहावलपुर और मुरीदके) और पांच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओसे) में (जैसे मुजफ्फराबाद और कोटली). ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के मुख्य कमांड सेंटर थे, जो पुलवामा (2019) और मुंबई (2008) जैसे हमलों के लिए जिम्मेदार थे.