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मुर्शिदाबाद में आर्मी भी उतरी थी मैदान में, QRT ने सैनिक का घर जलने से बचाया, हेल्प लाइन सेंटर भी किया था स्थापित

वक्फ बिल के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में जमकर उत्पात मचा. इस घटना को काबू करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की भी तैनाती की गई है. पुलिस और BSF ने की अतिरिक्त तैनाती के बाद अब हालात सामान्य है. दंगो के दौरान जो लोग अपने घरों को छोड़ कर चले गए थे अब वह वापस लौट रहे हैं. इस बवाल में तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी भी हुई. दंगाईयों के निशाने पर कई घर और दुकानें भी आई. उन्हीं घरों में से एक घर भारतीय सेना के जवान का भी था. बीते शनिवार को दंगाईयों ने सैनिक के घर पर धावा बोल दिया था. लेकिन ठीक समय पर सेना की QRT ने पहुंचकर हालात पर काबू पा लिया.

सैनिक का घर जलने से बचाया
भारतीय सेना अपने सैनिकों का हमेशा ख्याल रखती है. चाहे वह फील्ड पर हो या फिर घर पर. ऐसा ही एक वाक्या तब सामने आया जब मुर्शिदाबाद में दंगाईयों ने सैनिक के एक घर में लूटपाट, तोड़फोड़ और उसे जलाने के मकसद से धावा बोल दिया. हालात बिगड़ता देख घर पर मौजूद जवान ने सीधा नाभाग्राम मिलिट्री स्टेशन में मदद के लिए फोन घुमा दिया. सेना के सूत्रों के मुताबिक फोन पर जवान ने कहा कि दंगाईयों ने उसके घर पर धावा बोल दिया है. हम सभी डरे हुए है. आस पास के घरो में आग लगाने की कोशिश की जा रही है. इतना मैसेज मिलते ही सेना एक्शन में आई. कुछ जवानों के साथ एक क्विक रेस्पॉंस टीम को तुरंत लोकेशन पर रवाना किया. 30 मिनट में सेना की QRT मौके पर थी. सेना ने सैनिक के घर को जलने से बचा लिया. सेना के सूत्रों के मुताबिक चूंकि स्थानीय प्रशासन ने सेना की तैनाती के लिए कोई रिक्वेस्ट नहीं किया था. इसलिए DC को इस मूवमेंट की जानकारी दे दी गई थी.

सेना ने स्थापित किया हेल्प लाइन सेंटर
शनिवार को हुई इस घटना के बाद नाभग्राम मिलिट्री स्टेशन पर एक QRT को स्टैंड बाय पर रखा गया था. ताकी अगर कोई सेना के किसी सैनिक का मदद के लिए फोन आए तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. इसके बाद सेना मिलिट्री स्टेशन पर एक हेल्प लाईन को स्थापित कर दिया. हेल्प लाईन स्थापित करने का मकसद था कि अगर कोई मदद के लिए फोन आता है तो ग्राउंड पर मौजूद पुलिस, पैरामिलिट्री और स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी दे जा सके. हेल्प लाइन स्थापित करने के बाद काई फोन कॉल भी आए. जिनके मैसेज संबधित इलाके में तैनात फोर्स तक तुरंत भेज दिए गए.