आब कारी विभाग के अधिकारी नए वर्ष में रिनीवल के नाम पर सहायक आयुक्त से लेकर इंस्पेक्टर तक के रैंक ने अफसरों की वसूली
रायपुर। ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व विभाग की सचिव आर संगीता द्वारा कलेक्टर, एसपी, संभागायुक्त रेंज आई जी की बैठक विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई थी जिसमें विभाग की नये वर्ष की नीति के बारे में सभी को विस्तृत ढंग से समझाया गया जिससे भ्रष्टाचार पर जीरो टारलेंस की बात कही गई ।
कमिश्नर के इरादों को ठेंगा बताते हुए आबकारी रायपुर के सहायक आयुक्त रामकृष्ण मिश्रा ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए शासकीय राजस्व पर ध्यान न देकर व्यक्तिगत राजस्व को प्राथमिकता देते हुए उसे 5 लाख रुपए प्राप्त के होटल बाटो से डिमांड की खबरे सूत्रो से पता चली है। यह वसूली योजनाबद्ध ढंग से सर्किल इस्पेस्टो के माध्यम से की जा रही है बार संचालकों ने दबी जुबान के नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर हमने इसकी शिकायत की तो साल भर होटल चलाने में सहयोग नहीं करने की धमकी दी जाती है और झूठे प्रकरण में फसाने की बात कही जाती है।
आबकारी विभाग इम वर्ष के रेस्टोरेंट बार नये खोलने जा रहा है। -जिससे सभी एकाच बारो व कलबो को अपने व्यापार पर इसका प्रतिशत असार पडऩे के आसार दिखाई पड़ रहे है। शहर में बाहरी शराब से वैसे भी राजस्व चौपट हो रहा है जहां रायपुर में करोड़ो रुपए की शराब की खेप हर महीने पहुंच रही है जिमसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की शराब प्रयुप्तत: है। जिसके कारण होटल बार का व्यापार ठप्प होता जा रहा है। ज्ञात हो कि दो दिन पहले ही डोंगरगढ़ में म प्र की अवैध शराब का जखीरा एक सूने मकान की बेसमेट से पकड़ा था। एक ओर आबकारी विभाग का काम अवैध शराब को पकड़ कर राजस्व बचाना है तो वो यह काम छोड़कर अवैध वसूली में व्यस्त है आबकारी विभाग का यह काम पुलिस को करना पड़ रहा है। रायपुर के आस पास के क्षेत्र में अवैध शराब माफिया इतनी जड़े जमा चुके है और करोड़ों रूपये की चपट आबकारी विभाग को लगा रहा रहे है।
एसीबी. ई.ओ.डब्ल्यू में की जाएगी शिकायत …
होटल व्यक्तियों ने इस अवैध वसूली की शिकायत एसीबी/ईओडब्ल्यू में भी करने की बात कही है
चुनाव के दौरान ही कई करोड़ों की शराब सैकड़ों ट्रके ट्रेलर से शराब
शराब की अवैध तस्करी छत्तीसगढ़ में हुई जिसमे बड़ी मात्रा में शराब यहा रायपुर शहर मे खपाई गई इसका हुक्का 100-50 पेटी शराब पकड़कर आबकारी विभाग ने अपने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली शाहे-बगाहे यह बाट भी सामने आई की आबकारी विभाग के अधिकारी को बिना जानकारी के इतनी बड़ी मात्रा में शराब नहीं आ सकती। मामला बड़े पैमाने पर राजस्व की चोटी और भ्रष्टाचार का है इसलिए भास्कर दूत की यह मुहिम जारी रहेगी आने वाले अंको में और भी चौकाने वाले खुलने किये जाएँगे।