‘पाकिस्तान का एयर डिफेंस हाइपरसोनिक हथियारों को भी रोक सकता है’. यह दावा पाकिस्तान एयरफोर्स (PAF) के एयर वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद ने हाल ही में किया. लेकिन इस बयान के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान के कई एयरबेस पर मिसाइल हमले हुए. वहां की सैटेलाइट तस्वीरों ने PAK के इस ‘हाइपरसोनिक डिफेंस’ का सच दुनिया के सामने उघाड़कर रख दिया.
ऑपरेशन सिंदूर की कहानी और औरंगजेब का ड्रामा
जब ऑपरेशन सिंदूर का इतिहास लिखा जाएगा तो उसमें एक चैप्टर औरंगजेब अहमद की हास्यास्पद बयानबाजी का भी होगा. पाकिस्तान की एयरफोर्स के DG-PR औरंगजेब ने भारत की स्ट्राइक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. यह सुनने में PC कम, कॉमेडी शो ज्यादा लग रही थी. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने भारत के राफेल जेट्स को ‘centre of gravity’ के आधार पर टारगेट किया. न कोई वीडियो, न कोई मलबा, न कोई सैटेलाइट इमेज… बस हवा-हवाई दावे.
सोशल मीडिया बना मीम का मैदान
X (पहले ट्विटर) पर औरंगजेब की बयानबाज़ी पर मीम्स की बाढ़ आ गई. एक वायरल वीडियो में औरंगजेब ये समझाते दिखे कि S-400 को ‘identify करना मुश्किल होता है क्योंकि इसका अपना ‘centre of gravity’ होता है’. विज्ञान और सैन्य रणनीति के नाम पर इतनी बड़ी गप सुनकर लोग हैरान भी हुए और लोटपोट भी.