जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई कल यानी 14 मई को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ लेंगे. मौजूदा सीजेआई संजीव खन्ना 13 मई को रिटायर हो रहे हैं. जस्टिस बीआर गवई का कार्यकाल छह महीने से कुछ अधिक का होगा. 24 नवंबर, 1960 को अमरावती में जन्मे जस्टिस गवई 16 मार्च 1985 को बार में शामिल हुए थे. उन्हें 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह 23 नवंबर, 2025 को रिटायर होंगे.
जस्टिस बीआर गवई का परिवार राजनीति में बहुत गहराई से जुड़ा रहा है. उन्होंने इस बात को खुले तौर पर स्वीकार भी किया है. जस्टिस बीआर गवई के पिता रामकृष्ण सूर्यभान गवई को भारत की राजनीति में ‘दादासाहेब’ के नाम से जाना जाता था. वह एक प्रमुख दलित नेता थे. रामकृष्ण सूर्यभान गवई बिहार के राज्यपाल रहे. उनका कांग्रेस पार्टी से करीबी संबंध रहा. इसीलिए जुलाई 2023 में बीआर गवई ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से जुड़े एक मामले से खुद को अलग करने की पेशकश की थी.