ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब देशभर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होने जा रही है. मॉक ड्रिल के लिए देश के 244 शहरों को चुना गया है. इनमें मध्य प्रदेश के पांच जिले भी शामिल हैं. इनमें ग्वालियर, भोपाल, इन्दौर, जबलपुर और कटनी जिले शामिल है. वहीं मॉकड्रिल में छत्तीसगढ़ का दुर्ग-भिलाई शहर भी शामिल है. भिलाई स्टील प्लांट को देखते हुए दुर्ग को अलर्ट पर रखा गया है. केंद्र सरकार के समय के अनुसार, मॉक ड्रिल शाम को 4 बजे से 8 बजे के बीच की जाएगी.
क्या है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल तैयारियों को परखने की एक्सरसाइज है. इसका उद्देश्य यह परीक्षण करना है कि युद्ध, मिसाइल हमलों या हवाई हमलों जैसी आपात स्थितियों के दौरान नागरिक और सरकारी प्रणालियां कैसे प्रतिक्रियाएं करती हैं. इस अभ्यास के दौरान हवाई हमले के सायरन बजते हैं, शहरों में ब्लैक आउट होता है और आपातकालीन दल रियल टाइम रिस्पॉन्स करते हैं. इन अभ्यासों का उद्देश्य लोगों की घबराहट को कम करना, भ्रम से बचना और जागरूकता और तत्परता बढ़ाकर जिंदगियों को बचाना है. आमतौर पर शीत युद्ध के दौरान नागरिक सुरक्षा उपायों का इस्तेमाल किया जाता था. उस समय, देश ब्लैकआउट और निकासी एक्सरसाइज चलाकर संभावित हवाई हमलों और परमाणु हमलों के लिए तैयार रहते थे. वहीं अब नए सिरे से तनाव और सुरक्षा जोखिमों के साथ, भारत में इन उपायों को फिर से अपनाया जा रहा है.