गंभीर, शांत शैली के अफसर के रूप में पहचान
मुख्यमंत्री सचिवालय में निभा चुके हैंदायित्व
रायपुर ।
वर्ष 1997 बैच के आईएएस सुबोध सिंह नए साल में छत्तीसगढ़ लौट रहे हैं। केंद्रीय लोक कार्मिक विभाग डीओपीटी ने सिंह की वापसी के लिए एनओसी दे दी है। उनकी वापसी के लिए राज्य सरकार ने ही आग्रह पत्र भेजा था। सिंह वर्ष 2019 के बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए थे। जहां वे राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी वर्तमान में केंद्रीय इस्पात मंत्रालय में पदस्थ रहे हैं। उनकी वापसी से राज्य प्रशासन को प्रमुख सचिव स्तर का एक और अफसर उपलब्ध हो जाएगा। उन्हें राज्य सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने के संकेत मिले हैं।
*प्रिंसिपल सेकेट्री का पद…!*
केंद्र सरकार ने पांच साल से डेपुटेशन पर दिल्ली में काम कर रहे आईएएस सुबोध कुमार सिंह की छत्तीसगढ़ वापसी को हरी झंडी दे दी है। इस आशय के आदेश मंगलवार को ही जारी किए गए हैं। हालांकि अभी उन्हें रिलीव नहीं किया गया है। छत्तीसगढ़ में सुबोध सिंह प्रमुख सचिव (प्रिंसिपल सेक्रेटरी) के तौर पर आएंगे। छत्तीसगढ़ में रहते हुए आईएएस सुबोध सिंह ने डा. रमन सरकार में जिस तरह परफार्म किया था उसी आधार पर साय सरकार ने उनकी छत्तीसगढ़ वापसी मांगी थी।
यह स्पष्ट नहीं है कि आईएएस सुबोध सिंह यहां कब ज्वाइन करेंगे, लेकिन जानकारी आ रही है कि दिसंबर अंत तक उनकी छत्तीसगढ़ में ज्वाइनिंग हो सकती है। आईएएस सुबोध सिंह को केंद्र सरकार ने बेहद महत्वपूर्ण स्टील मिनिस्ट्री में हाल में एडिशनल सेक्रेटरी बनाया था। यह फेरबदल 26 अक्टूबर को किया गया था। उन्हें स्टील मिनिस्ट्री में ही वित्तीय सलाहकार भी नियुक्त किया गया था। आईएएस सुबोध सिंह के बारे में बता दें कि वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1997 बैच के अफसर हैं तथा रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में कलेक्टर की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
*गंभीर, शांत शैली के अफसर के रूप में पहचान*
डा. रमन सरकार के तीसरे कार्यकाल में वे मुख्यमंत्री सचिवालय में बतौर सचिव अहम जिम्मेदारी निभा रहे थे। आईएएस सुबोध सिंह 2019 में प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में गए थे। सुबोध कुमार सिंह को गंभीर लेकिन बेहद शांत कार्यशैली के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ सरकार में भी वे कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।