खूंटे को पैरा व जलाऊ लकड़ी से दबाया।
बालोद जिले के लकड़ी तस्करों में खलबली।
वनविभाग की कार्यप्रणाली संदिग्ध।
दल्लीराजहरा – बालोद जिले में अवैध लकड़ी तस्करी का मामला थमता नहीं दिख रहा है। चिखलाकसा के शासकीय स्कूल के सामने खड़ी लकड़ी से भरी ट्राली को 2 दिन बीत जाने के बाद भी कार्यवाही कर के जब्ती नहीं करना प्रशासन की निष्क्रियता का साफ उदाहरण पेश करता है एक और जहा वनविभाग के आला अधिकारी राजस्व का मामला बता मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे है वहीं दूसरी और राजस्व विभाग निरंकुश हो कार्यवाही करने में लाग लपेट कर रहा है। चिखलाकसा निवासी पिंटू राजपूत ने बताया की स्कूल के सामने खड़ी लकड़ी से भरी ट्राली को वनविभाग या पुलिस थाने में खड़ा किया जाए स्कूली बच्चे और ग्रामीण तो परेशान हो ही रहे है एक स्कूटी सवार महिला लकड़ी के पीछे के भाग से टकराते हुए बाल-बाल बची है। ज्ञात हो कि बुधवार को चिखलाकसा क्षेत्र से राजस्व विभाग द्वारा जब्त लकड़ी और दो ट्राली के गायब होने के दस दिन बाद उसी जगह पर बुधवार को दूसरी दो ट्राली लकड़ी से भरी खड़ी हुई है और राजस्व विभाग के द्वारा उसे सुरक्षित स्थान पर अथवा वन विभाग या पुलिस थाने में सुरक्षित रखने की जगह फिर से गायब होने की बाट जोह रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है। वहीं क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस प्रकार से दो दिन से लावारिस हालत में स्कूल के सामने खड़ी गाड़ियों पर स्कूल और आसपास के बच्चे यदि चढ़ कर खेलने लग जाए और कोई हादसा हो जाएगा तो उसकी जवाबदारी किसकी होगी।
उल्लेखनीय है कि 01 दिसम्बर को जब्त लकड़ी सहित दो ट्राली के गायब होने के ग्यारह दिन बीत जाने, राजस्व विभाग अपराधियों को संरक्षण देते हुए कार्यवाही के नाम पर गेंद एक दूसरे के पाले में डाल रहे है। जांचकर्ता अधिकारी का कहना है कि जब्त लकड़ी और ट्रालियों को नगर पंचायत अध्यक्ष को सुपुर्द किया गया था, एफआईआर वो लिखवाएगी, वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि राजस्व विभाग को मुझे सुपुर्द करने की आवश्यकता ही नहीं थी। मेरे क्षेत्र का मामला होने के कारण राजस्व विभाग को सहयोग के लिए सुपुर्दनामा में हस्ताक्षर कर दिया तो मुझे इस मामले में जबरदस्ती उलझाया जा रहा है। नियमानुसार राजस्व विभाग को कार्यवाही करनी चाहिए, मेरे द्वारा बता दिया गया है कि मेरे समक्ष जब्ती बनाई गई थी और सीसीटीवी के सामने खड़ा किया गया था, उसके बाद सुबह देखा तो दोनों ट्रालियां लकड़ी सहित गायब थी। जिसकी जानकारी तत्काल एसडीएम कार्यालय जाकर मेरे द्वारा दे दी गई थी। इसके बावजूद संबंधितों को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है। पहले जब्त लकड़ी और ट्राली गायब हो जाती है, फिर इस मामले को मीडिया व भाजपा नेता सौरभ लुनिया द्वारा लगातार उठाने के बाद अचानक से गायब होने वाली जगह पर दूसरी दो ट्राली लकड़ी से भरी आकर खड़ी हो जाती है।
खम्हारटोला एवं पुत्तरवाहि में दिखे कटे कहुआ पेड़ के खूंटे – चिखलाकसा के पास ही ग्राम खम्हारटोला में खेत से कई प्रतिबंधित कहुआ पेड़ की कटाई की गई जिसे लकड़ी तस्कर ले गए। वनविभाग की निष्क्रियता पूरे मामले में संदेहास्पद प्रतीक होती है एक और जहा उनके द्वारा राजस्व का मामला बता मामले से पल्ला झाड़ने का प्रयास हो रहा है वहीं पकड़ाई लड़की ट्राली के स्थान से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर कटे दर्जनों पेड़ के खूंटे भी नजर नहीं आ रहे है। तस्करों ने कुछ स्थान पर काटे पेड़ को धान के पैरा और जलाऊ लकड़ी से ढंक दिया है।
भाजपा नेता सौरभ लुनिया ने कहा की लकड़ी तस्करों पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जाय उक्त मामले में कार्यवाही हेतु उनके द्वारा मान. मुख्यमंत्री व वनमंत्री को पत्र प्रेषित किया गया है। अधिकारी भाजपा के शासन में पूरी मुस्तेदी के काम करे।